परलकोट विद्रोह [ Parlakot Revolt (1825)]
परलकोट विद्रोह (1825 ई.)-
महिपालदेव के काल में 1825 में परलकोट का विद्रोह हुआ था. 1825 ई. के विद्रोह में परलकोट के जमींदार गेंदसिंह ही विद्रोही
सेना का नेतृत्व कर रहे थे. यह एक प्रकार का ऐसा विद्रोह था, जिसके माध्यम से अबूझमाड़िया ऐसे संसार की रचना करना चाहते थे जहाँ शोषण न हो. यह मराठों और अंग्रेजों के प्रति बदले की भावना से पैदा हुआ था. उनका यह विद्रोह चांदा से अबूझमाड़ की पट्टी में छाया हुआ था. वे इस विद्रोह में इसलिए असफल हो गए, क्योंकि बन्दूकों के सामने पारम्परिक अस्त्र-शस्त्रों से नहीं लड़ा जा सकता था.