मेरिया विद्रोह (1842-63 ई.)
मेरिया विद्रोह (1842-63 ई.)
दन्तेवाड़ा की आदिम जनजातियों ने उन्नीसवीं शताब्दी में आंग्ल मराठा शासन के खिलाफ विद्रोह किया था. यह आत्मरक्षा के निमत्त एवं अपनी धरती पर विदेशियों के घुसपैठ के विरुद्ध एक विद्रोह था. यह उनकी परम्परा और रीति-रिवाजों पर होने वाले आक्रमण के विरुद्ध एक विद्रोह था.